हम ऐसे देश मे रहते है जहाँ लोग
सच से मुँह फ़ेर लेते है
घुस लेकर जिंदा रहते है
बुजदिल सी जिंदगी जीते है
शर्म, हया, मर्यादा बेच देते है
इंसानियत को मार लेते है
गरीबों की जान लेते है
अमीरों को सिर पर बैठा लेते है
फिर भी ये देश बहुत अच्छा है साहब
यहाँ लोग जी भर कर जी लेते है।
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