रेत को हाथों में रख कर जितनी मुठ्ठी दबाते है उतनी फिशलती है हाथों से, जिंदगी भी कुछ ऐसी ही है जितना समय गवाते है उतनी ही फिशलती जाती है हाथों से।
Writer✍️ The brain thinks, the heart feels, the mind says and the hand writes...!!! Quotes, Shayari, Thoughts, Story And Poetry