Skip to main content

Posts

Showing posts from June 25, 2020

जब तकलीफ होती है तुम्हे तब कोई पूछता है क्या हाल है तुम्हारा नही साहब ये बदनशीबी है हमारी जब खुशी होती है तब बोलते है क्या हाल है तुम्हारा

तुम्हे जितना पड़ता हु उतना समझ नही पाता हु ओर जितना समझता हूं उतना उलझ जाता हूं

तुम्हारे लिए अकेले ही सारी दुनिया से जो लड़े वो हमसफ़र तुम्हे खुद से ज्यादा चाहने की ज़िद पर जो लड़े वो हमसफ़र तुम्हारी मुश्कुराहट के पीछे के दर्द को जो पड़े वो हमसफ़र लोगो के शोर में तुम्हारी ख़ामोशी को जो पड़े वो हमसफ़र

कुछ बातें अनकहीं सी होती है जिन्हें सिर्फ समझना होता है यही तो कशुर है तुम्हारा जो कहा होता है तुम्हें सिर्फ वही समझना होती है

अब गुजरी बातों का मलाल क्या रखना बिखरी जिंदगी पर सवाल क्या करना संभाल ले ख़ुद को यही काफी है अब किसी ओर पर एतबार क्या करना

यार तुम कहते नही हो मगर में समझने लगा हु, तुमको तुमसे छुप-छुप कर पड़ने लगा हु।

ज़्यादा कुछ ख़ास तो नही मेरे अल्फ़ाज़ मगर बिना कुछ कहे का एहसास तो है बस आप समझ लो वही मेरा ख़ास एहसास है।

दूरियां से ज्यादा नज़दीकियों पर गौर करना साहब अक्शर दूर के रिस्ते निभाते निभाते नजदीक वाले रिस्ते टूट जाया करते है।

मेरे ख्याल की तुम चिंता न करा करो बस तुम अपना ख्याल रखा करो

मैं अपना दर्द बया करना नहीं चाहता, और आप मेरा दर्द महसूस करना नहीं चाहते। जिंदगी येसी ही कश्मकश में चल रही हैं कुछ में कहना नही चाहता, ओर कुछ तुम समझना नही चाहते।

हर कामयाब लोग ज्यादा सोते नही है, क्योंकि वह कुछ खोते नही है, मगर जितना भी सोते है वो, यक़ीनन! उनसे ज्यादा सकून से कोई ओर सोते नही है।