Skip to main content

Posts

Showing posts from June 23, 2020

अब गुजरी बातों का मलाल क्या रखना बिखरी जिंदगी पर सवाल क्या करना संभाल ले ख़ुद को यही काफी है अब किसी ओर पर एतबार क्या करना

दूरियां से ज्यादा नज़दीकियों पर गौर करना साहब अक्शर दूर के रिस्ते निभाते निभाते नजदीक वाले रिस्ते टूट जाया करते है।

मैं अपना दर्द बया करना नहीं चाहता, और आप मेरा दर्द महसूस करना नहीं चाहते। जिंदगी येसी ही कश्मकश में चल रही हैं कुछ में कहना नही चाहता, ओर कुछ तुम समझना नही चाहते।