बहुत पुरानी बातें थी
बारिश की राते थी
वो भीगें बदन ठिठुरती जाती थी
छाता था मेरे पास लेकिन
मेरे अनजान होने से वो डर जाती थी
वो लड़की थी सहम सी जाती थी
में लड़का था अक़ीन करा नही पता था।
Writer✍️ The brain thinks, the heart feels, the mind says and the hand writes...!!! Quotes, Shayari, Thoughts, Story And Poetry
Comments
Post a Comment