#अब_और_नही।
यू बार-बार तेरा रूठना ओर फिर हमे मनाना, अब और नही।
छोटी सी ग़लती पर तेरा नाराज हो जाना, अब और नही।
तेरी नादानियों को नजरअंदाज करना, अब और नही।
तेरा मुझे नजरअंदाज करना, अब ओर नही।
तेरा मुझ पर ना अक़ीन करना, अब और नही।
तेरा मुझसे बार-बार झुठ बोलना, अब और नही।
तेरी हर गलती पर मुस्कुराना, अब ओर नही।
तेरी झूठी मुस्कान के लिए मरना, अब ओर नही।
तुझे खो देने से डरते रहना, अब ओर नही।
तुझे दिल से चाहना, अब ओर नही।
तुझे दिल तोड़कर चाहना, अब ओर नही।
तुझे झूठे दिल से चाहना, अब ओर नही।
तू मोहब्बत है किसी ओर की मुझसे झूठे वादे करना,अब ओर नही।
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