तू दरिया में झरना बन जाऊं
तू छल-छल कर बहती रहे
में खल-खल सा गिरता जाऊं
तू पानी मे लहरें बन जाऊं
किनारों से टकराकर आऊं
तू थमा रहे में चलता जाऊं
Writer✍️ The brain thinks, the heart feels, the mind says and the hand writes...!!! Quotes, Shayari, Thoughts, Story And Poetry
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